निश्चित विजय

Posted By Sumati Rawat
Posted On: Aug. 7, 2025


 

 

कर लक्ष्य का ध्यान तू मन में ठान,

तू अपना राज्य अभिषेक कर ले,

 विजय तेरी ही निश्चित है यह बात सुनिश्चित कर ले,

 

जो हो आगे तिमिर अड़ा या अडिग खड़ा हो कोई भंवर,

तू अपनी ज्ञान खड़क को तान मुसीबत खंड खंड कर दे ,

विजय तेरी ही निश्चित है यह बात सुनिश्चित कर ले।

 

जो घनघोर घटा उपहास करें या शत्रु शक्ति का हास करें ,

कर विजय नाद तू मन में आज हुंकारे पांच भर ले,

विजय तेरी ही निश्चित है यह बात सुनिश्चित कर ले।

 

अड़चनें जो अठठहास करे या तेरी पराजय को प्रयास करें,

खुद को तू कर देदीप्यमान अंगद सा पाव धर दे,

विजय तेरी ही निश्चित है यह बात सुनिश्चित कर ले।

 

न देख तू कांटों की चुभन न देख तू पैरों की जलन

पी कर रहा के अंगारे खुद को सूरज कर ले,

 विजय तेरी ही निश्चित है यह बात सुनिश्चित कर ले।

 

शार्दुल रावत

प्रशिक्षित स्नातक, गणित